जैन धर्म के चमत्कारिक शास्त्र-मन्त्र: नमो जिणाणं, जिय भयाणं का महत्व

Abhishek Jain
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📜 जैन धर्म के चमत्कारिक शास्त्र-मन्त्र

जैन धर्म के शास्त्र-मन्त्रों का महत्व
पवित्र शास्त्र-मन्त्रों का जाप करते हुए जिनेश्वर भगवान का ध्यान करें।

🙏 मुख्य शास्त्र-मन्त्र 🙏

१. इह लोए, पर लोए, सुहाण - मूलं नवकारो ।
२. नमो जिणाणं, जिय भयाणं ।
३. नमो चउवीसाए तित्थगराणं, उसभादि महावीर पज्ज्वसाणाणं

ये शास्त्र-मन्त्र अपने नाम के अनुरूप ही चमत्कारिक माने जाते हैं। आप इन मन्त्रों की माला जाप कर सकते हैं।

उदाहरण के लिए, 'नमों जिणाणं, जिय भयाणं' इस मन्त्र का जाप आप तब कर सकते हैं, जब आप कोई भय या विपत्ति में होते हैं। इस जाप के माध्यम से आप जिनेश्वर महाप्रभु का ध्यान करते हैं। यह माना जाता है कि प्रभु कल्याणकारी हैं और वे सभी विपत्तियों से रक्षा करते हैं।

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" जय जिनेन्द्र "

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