
जैन धर्म के पंच महाव्रत कौन से है ?
जैन धर्म के पंच महाव्रत जैन धर्म में पंच महाव्रतो का अति महत्व है । ये पाँचो महाव्रत जैन धर्म का सार है । जैन धर्म के …

जैन धर्म के पंच महाव्रत जैन धर्म में पंच महाव्रतो का अति महत्व है । ये पाँचो महाव्रत जैन धर्म का सार है । जैन धर्म के …
जैन दर्शन के अनुसार आठ प्रकार के कर्म कौन से हैं ? जैन दर्शन के अनुसार आठ प्रकार के कर्म मोक्ष प्राप्त होने तक सभी …
जैन धर्म में नारद कौन होते है ? जैन धर्म में नारद कलह प्रिय और युद्ध प्रिय होते हैं । जैन धर्म में नारद की संख्या एक क…
जैन धर्म में रुद्र कौन होते है ? जैन धर्म के अनुसार रुद्र प्रारम्भं में पवित्र आत्मा होती है , जो बाद में पथभष्ट्र ह…
जैन धर्म में तीर्थंकर प्रभू के अष्ट प्रतिहार्य कौन - कौनसे है ? ये अष्ट प्रतिहार्य तीर्थंकर भगवान को केवलज्ञान प्राप्त…
जैन धर्म में तीर्थंकर गोत्र के बीस स्थानक कौन - कौनसे है ? तीर्थंकर गोत्र के बीस स्थानक होते है । तीर्थंकर महाप्रभु …
जैन धर्म में तीर्थंकर जन्म के स्वपन कौन - कौनसे है ? जम्बूद्वीप के भरतक्षेत्र में 24 तीर्थंकर जन्म लेते हैं। तीर्थंकर …
जैन धर्म में त्रिरत्न की अवधारणा क्या है ? जैन धर्म मे त्रिरत्न की अवधारणा है , इस अवधारणा के अनुसार जीव को मुक्ति के …
जैन धर्म मे ज्ञान के प्रकार ( JAINISM KNOWLEDGE ) जैन धर्म के अनुसार ज्ञान के कितने प्रकार होते है ? जैन धर्म के अनुसा…
जैन श्रावक के चौदह नियम श्रमण संस्कृति का मूल लक्ष्य है - भोग से त्याग की ओर जाना । श्रावक (Jain Shravak) के जीवन मे…
जैन धर्म में साधु कौन होते है ? जैन धर्म में साधु/ साध्वीजी वे होते है,जो जैन धर्म के पंच महाव्रतो और तीन गुप्तियो का प…
जैन धर्म में उपाध्याय कौन होते है ? जैन धर्म में ' उपाध्याय ' धर्म के नायक होते है । यह आचार्यो के पश्चात् नवक…
जैन धर्म में आचार्य कौन होते है ? जैन धर्म में ' आचार्य ' संघ के संचालक होते है । जैन धर्म में आचार्य वे होते …
जैन धर्म में सिद्ध कौन होते है ? जैन धर्म में 'सिद्ध' भगवान होते है । सिद्ध प्रभु ' नमो सिद्धांण ' द्…
जैन धर्म में अरिहंत कौन होते है ? जैन धर्म में अरिहंत भगवान होते है । जैन धर्म में अरिहंत वे होते है -: 1. जिन्होने…
24 Tirthankaras Names With Symbols in Hindi जैन धर्म (Jainism) में प्रत्येक तीर्थंकर (Tirthankara) प्रभु के प्रतीक चि…