जैन धर्म में बलदेव
जैन धर्म में बलदेव कि संख्या 9 होती है, ये धर्मात्मा होते है , तथा हमेशा देव लोक या मोक्ष हि पधारते है, अति पुण्य आत्म…
जैन धर्म में बलदेव कि संख्या 9 होती है, ये धर्मात्मा होते है , तथा हमेशा देव लोक या मोक्ष हि पधारते है, अति पुण्य आत्म…
जैन धर्म में प्रतिवासुदेवो कि संख्या 9 होती है, ये 63 उत्कृष्ट श्लाकापुरूष में गिने जाते है, ये प्रतिनायक होते है , प्…
जैन साधु मुँह पर पट्टी क्यो बाँधते है ? जैन धर्म का प्रमुख सिद्धांत अहिंसा है , और एक जैन मुनी जब दीक्षा ग्रहण करत…
जैन धर्म में वासुदेव कि संख्या 9 है, जैन धर्म में वासुदेव धर्म के रक्षक माने जाते है, जो प्रति वासुदेवो का वध कर, धर्म…
जैन धर्म में विहरमान तीर्थंकर कि संख्या 20 मानी गई है। ये वर्तमान अरिहंत है, जब भी हम नवकार महामंत्र बोलते है, तब हम …
जैन धर्म मे अनेको ऐसी नारियो का उल्लेख है, जिन्होने अपने शील व धर्म के बल पर अनेको दृष्टो को पराजित कर दिया और धर्म कि…
मेरी भावना जिसने राग-द्वेष कामादिक, जीते सब जग जान लिया सब जीवों को मोक्ष मार्ग का निस्पृह हो उपदेश दिया, बुद्ध…
कल्याण मंदिर स्तोत्र जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर श्री पार्श्वनाथ जी का चमत्कारिक स्तोत्र है । इस स्तोत्र की रचना जैन …
भक्तामर स्तोत्र - संस्कृत पाठ भक्तामर स्तोत्र (bhaktamar stotra) जैन धर्म का महान प्रभावशाली स्तोत्र है । इस स्तोत्र की…