जैन धर्म में प्रतिवासुदेवो कि संख्या 9 होती है, ये 63 उत्कृष्ट श्लाकापुरूष में गिने जाते है, ये प्रतिनायक होते है , प्रत्येक प्रति वसुदेव अपने काल के धर्मनिष्ठ वासुदेव के हाथों मारा जाता है।
फिर भी प्रति वासुदेवो कि कुछ विशिष्टता होती है, जिस कारण से ये पहचाने जाते है।
2. तारक जी
3. मेरक जी
4. मधु कैटभ जी
5. निशुम्भ जी
6. बलि जी
7. प्रहलाद जी
8. रावण जी
9. जरासंध जी
अगर कोई गलती हो तो "मिच्छामी दुक्कड़म" ।
फिर भी प्रति वासुदेवो कि कुछ विशिष्टता होती है, जिस कारण से ये पहचाने जाते है।
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प्रतिवासुदेव रावण जी |
प्रतिवासुदेवो कि संख्या 9 होती है-:
1.अश्वग्रीव जी2. तारक जी
3. मेरक जी
4. मधु कैटभ जी
5. निशुम्भ जी
6. बलि जी
7. प्रहलाद जी
8. रावण जी
9. जरासंध जी
अगर कोई गलती हो तो "मिच्छामी दुक्कड़म" ।
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