श्री संभवनाथ भगवान की आरती

Abhishek Jain
0
भगवान संभवनाथ जी जैन धर्म के तृतीय तीर्थंकर थे । इनके पिता का नाम जितारी था तथा माता का नाम सुसेना था ,प्रभु का जन्म मार्गशीर्ष चतुर्दशी को हुआ था । प्रभु संभवनाथ कि जन्मभूमी श्रावस्ती थी । इनकी देह का रंग सुनहरा था , तथा इन्का प्रतीक चिह्न घोडा था ।


संभवनाथ जी

श्री सम्भवनाथ भगवान की आरती

आरती सम्भवनाथ तुम्हारी, हम सब गाये महिमा तिहारी।
चौदह वर्ष तपस्या ठानी, कर्मजयी तुम केवल ज्ञानी।
शीश झुकाते भक्त पुजारी, आरती सम्भवनाथ तुम्हारी।

तुमने आत्मज्योति प्रकटाई, कर्म शत्रुओ पर जय पाई।
संकटहारी शिव भर्तारी, आरती सम्भवनाथ तुम्हारी।

राजपाट क्षण भर में छोड़ा, शिव पथ पर जीवन रथ मोड़ा।
तुम हो तीर्थंकर पदधारी, आरती सम्भवनाथ तुम्हारी।

शरण तुम्हारी जो आता है, मनवांछित फल वह पाता है।
तुम शरणागत को सुखकारी, आरती सम्भवनाथ तुम्हारी।  

संकटमोचन नाम तुम्हारा, जिसने मन से तुम्हे पुकारा।
मिली सिद्धियां मंगलकारी, आरती सम्भवनाथ तुम्हारी।

नाथ आरती यह स्वीकारो, भवसागर से पार उतारो।
हम सब सेवक आज्ञाकारी, आरती सम्भवनाथ तुम्हारी।


अगर आपको मेरी यह blog post पसंद आती है तो please इसे Facebook, Twitter, WhatsApp पर Share करें ।

अगर आपके कोई सुझाव हो तो कृप्या कर comment box में comment करें ।

Latest Updates पाने के लिए Jainism knowledge के Facebook page, Twitter account, instagram account को Follow करें । हमारे Social media Links निचे मौजूद है ।

" जय जिनेन्द्र "
Tags

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

कृपया कमेंट बॉक्स में कोई भी स्पैम लिंक न डालें।

एक टिप्पणी भेजें (0)