ॐ जय महावीर प्रभो !

Abhishek Jain
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भगवान महावीर जैन धर्म के 24 वें तीर्थकर है । प्रभु महावीर का जीवन त्याग व तपस्या से परिपूर्ण था । प्रभु महावीर का प्रमुख उपदेश " जिओ और जीने दो " का था ।



भगवान महावीर की जय

ॐ जय महावीर प्रभु आरती

ॐ जय महावीर प्रभो! स्वामी जय महावीर प्रभो । 

जग नायक सुखदायक, अति गंभीर प्रभो । ॐ जय ० 

कुण्डलपुर में जन्में त्रिशला के जाए, स्वामी त्रिशला के जाए ० 

पिता सिद्धार्थ राजा, सुर नर हर्षाए । ॐ जय ० 

दीनानाथ दयानिधि हो मंगलकारी, स्वामी हो मंगलकारी ० 

जगतहित संयम धारा, प्रभु पर उपकारी । ॐ जय ० 

पापाचार मिटाया, सत्पथ दिखलाया, स्वामी सत्पथ ० 

दया धर्म का झंडा, जग में लहराया । ॐ जय ० 

अर्जुनमाली, गौतम, श्री चन्दनबाला, स्वामी श्री चन्दन ० 

पार जगत से बेडा, इनका कर डाला । ॐ जय ० 

पावन नाम तुम्हारा, जग तारणहारा, स्वामी जग तारण ० 

निश दिन जो नर ध्यावे, कष्ट मिटे सारा । ॐ जय ० 

करूणासागर! तेरी महिमा है न्यारी, स्वामी महिमा है ० 

‘ज्ञान मुनि’ गुण गावे, चरणन बलिहारी । ॐ जय ० 


जानिये - भगवान महावीर को कैवल्य ज्ञान की प्राप्ति


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