मई, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

भगवान ऋषभदेव जी का जीवन परिचय

भगवान ऋषभदेव जी इस कालक्रम में जैन धर्म के प्रवर्तक है । भगवान ऋषभदेव जी जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर है । भगवान ऋषभदेव ज…

Read Now

श्री पार्श्वनाथ जी स्तोत्र

श्री पार्श्वनाथ जी स्तोत्र जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ जी का है । यह स्तोत्र महान चमत्कारी और कल्याणकार…

Read Now

पुष्प का भाग्य (जैन कहानी)

भगवान महावीर की साधना का दसवां वर्ष चल रहा था। भगवान महावीर के साथ मंखली पुत्र गोशाल नाम का एक उदंड व्यक्ति भी साथ-साथ…

Read Now

लेश्या-जैन धर्म

जैन धर्म में लेश्या क्या है ? लेश्या का मतलब होता है,आत्मा का स्वभाव । आत्मा के स्वभाव से तात्पर्य है कि जिसके द्वारा …

Read Now

चंदनबाला की कहानी (जैन कहानी)

भगवान महावीर कि साधना का 12 वां वर्ष चल रहा था। प्रभु ने अपने ज्ञान से देखा और जाना कि मेरे कर्मो का विशाल पर्वत अब भी…

Read Now
ज़्यादा पोस्ट लोड करें कोई परिणाम नहीं मिला