भगवान महावीर स्वामी की आरती

Abhishek Jain
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जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर कौन है ?
भगवान महावीर स्वामी जी जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर है ।

भगवान महावीर के बचपन का नाम क्या था ?
प्रभु महावीर के बचपन का नाम वर्धमान था । 


जैन धर्म के इस कालखण्ड में प्रभु महावीर जैन धर्म के अंतिम तथा 24 वें तीर्थंकर है । प्रभु महावीर का जीवन त्याग व तपस्या से परिपूर्ण था । प्रभु महावीर का प्रमुख उपदेश " जिओ और जीने दो " का था ।


भगवान महावीर

भगवान महावीर स्वामी की आरती

जय महावीर प्रभो, स्वामी जय महावीर प्रभो |

कुंडलपुर अवतारी-2, त्रिशलानंद विभो |

ॐ जय महावीर प्रभो ||


सिद्धारथ घर जन्मे, वैभव था भारी-2 |

बाल ब्रह्मचारी व्रत-2, पाल्यो तपधारी |

ॐ जय महावीर प्रभो ||


आतम ज्ञान विरागी, समदृष्टि धारी-2 |

माया मोह विनाशक-2, ज्ञान ज्योति जारी |

ॐ जय महावीर प्रभो ||


जग में पाठ अहिंसा, आपहि विस्तार्यो-2 |

हिंसा पाप मिटाकर-2, सुधर्म परचार्यो |

ॐ जय महावीर प्रभो ||


इह विधि चाँदनपुर में, अतिशय दर्शायो-2 |

ग्वाल मनोरथ पूर्यो-2, दूध गाय पायो |

ॐ जय महावीर प्रभो ||


अमरचंद को सपना, तुमने प्रभु दीना-2 |

मंदिर तीन शिखर का-2, निर्मित है कीना |

ॐ जय महावीर प्रभो ||


जयपुर-नृप भी तेरे, अतिशय के सेवी-2 |

एक ग्राम तिन दीनो-2, सेवा-हित यह भी |

ॐ जय महावीर प्रभो ||


जो कोर्इ तेरे दर पर, इच्छा कर आवे-2 |

होय मनोरथ-पूरण-2, संकट मिट जावे |

ॐ जय महावीर प्रभो ||


निशि-दिन प्रभु-मंदिर में, जगमग-ज्योति जरे-2 |

हम सेवक चरणों में-2, आनंद-मोद धरें |

ॐ जय महावीर प्रभो ||


जय महावीर प्रभो, स्वामी जय महावीर प्रभो |

कुंडलपुर अवतारी-2, त्रिशलानंद विभो |

ॐ जय महावीर प्रभो ||


जय महावीर प्रभो, स्वामी जय महावीर प्रभो |

कुंडलपुर अवतारी-2, त्रिशलानंद विभो |

ॐ जय महावीर प्रभो ||


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